संकल्प तो यही है ,इन्सान हम बनेंगे ,
इन्सान बन गए तो , भगवान हम बनेंगे।
हम जैन ,बुद्ध ,हिन्दू।,मुस्लिम ,सिक्ख ,ईसाई ,
आपस में भाई सारे , सब प्रेम से रहेंगे।
विषयों में पड़कर तूने , ये उमर ही गँवा ली ,
अरे चेत अब तूं प्राणी ,मानुष जन्म न मिलेंगे।
प्रभू की शरण में आकर,'' बिमल ''प्रीत अब लगाले ,
कट जाएँ फंदे तेरे , भगवान तब मिलेंगे।
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इन्सान बन गए तो , भगवान हम बनेंगे।
हम जैन ,बुद्ध ,हिन्दू।,मुस्लिम ,सिक्ख ,ईसाई ,
आपस में भाई सारे , सब प्रेम से रहेंगे।
विषयों में पड़कर तूने , ये उमर ही गँवा ली ,
अरे चेत अब तूं प्राणी ,मानुष जन्म न मिलेंगे।
प्रभू की शरण में आकर,'' बिमल ''प्रीत अब लगाले ,
कट जाएँ फंदे तेरे , भगवान तब मिलेंगे।
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