Thursday 18 September 2014

इस धरती पर हर तरफ हो जाये उजियारा

अपने अपने देशों में,  सब मंगल गाएं ,
अपने अपने देशो में,  सब खुशी मनाएँ,
 अपने अपने देशों में,  उन्नति करें सब ,
शक्तिशाली ,निर्बल पर न,  जुल्म हैं ढाए।


सब को मालूम हो , अपनी अपनी मर्यादा ,
भावना मन से त्याग दें ,हथियाने की ज्यादा ,
जितना कर्म करेंगे , उतना मिल जायेगा ,
बीत रहा जीवन , न फिर से लौट पायेगा।


इस धरती पर हर तरफ,  हो जाये उजियारा ,
धरती का हर प्राणी,   हो ह्म सब को प्यारा ,
न मन में हो राग द्वेष , नफरत न  हो कभी,
इस धरती पर प्रेम प्यार से ,''बिमल ''रहें सभी।

हम सब में हो जायेगा,  यूँ भाईचारा
सार्थक हो जायेगा ऐसे, जन्म हमारा।


*************************बिमला देवी 

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