इक पहिये की गाड़ी से ,
कैसे लम्बा जीवन कटेगा।
सहनशीलता की देवी बिन ,
कैसे तेरा दुःख बंटेगा।
गर्भ में कन्या भ्रूण मरवाते,
जन्म से पहले गजब हैं ढाते।
अपनी अब तूं सोच जरा
ऐसे खुद -ब -खुद मिटेगा।
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कैसे लम्बा जीवन कटेगा।
सहनशीलता की देवी बिन ,
कैसे तेरा दुःख बंटेगा।
गर्भ में कन्या भ्रूण मरवाते,
जन्म से पहले गजब हैं ढाते।
अपनी अब तूं सोच जरा
ऐसे खुद -ब -खुद मिटेगा।
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