कहीं दमा तो कहीं तपेदिक,
किसी को आता है बुखार,
चारों ओर फैला प्रदूषण
इसने किया सबको बीमार।
मोटर -कार ,कहीं फैक्ट्री ,
की चिमनी से निकले धुआँ,
कार्बनडाइऑक्साइड हर तरफ ,
ऑक्सीज़न का हुआ खात्मा।
वृक्ष कहाँ जो ताजी हवा को ,
उगलें ,खाएं गन्दी हवा ,
मानव इसका उत्तरदायी,
वृक्ष काट खुद हुआ तबाह।
अभी समय खुद को बचा लो ,
वातावरण की करो सफाई ,
कम से कम एक पेड़ लगाओ ,
बात ''बिमल ''जो समझ में आई।
*******
किसी को आता है बुखार,
चारों ओर फैला प्रदूषण
इसने किया सबको बीमार।
मोटर -कार ,कहीं फैक्ट्री ,
की चिमनी से निकले धुआँ,
कार्बनडाइऑक्साइड हर तरफ ,
ऑक्सीज़न का हुआ खात्मा।
वृक्ष कहाँ जो ताजी हवा को ,
उगलें ,खाएं गन्दी हवा ,
मानव इसका उत्तरदायी,
वृक्ष काट खुद हुआ तबाह।
अभी समय खुद को बचा लो ,
वातावरण की करो सफाई ,
कम से कम एक पेड़ लगाओ ,
बात ''बिमल ''जो समझ में आई।
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