गुरु ग्रंथसाहिब
राग अधारित
गुरु ग्रंथसाहिब
साज़ अधारित
ऐसी बाणी ;
मीठी लागै
अहनद नाद
इसमेँ है सजे
सकल मानवता
के हितकारी
नाज़ करे है
दुनिया सारी
इसके दर पर
जो भी जाता
भवसागर से
''बिमल''तर जाता।
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राग अधारित
गुरु ग्रंथसाहिब
साज़ अधारित
ऐसी बाणी ;
मीठी लागै
अहनद नाद
इसमेँ है सजे
सकल मानवता
के हितकारी
नाज़ करे है
दुनिया सारी
इसके दर पर
जो भी जाता
भवसागर से
''बिमल''तर जाता।
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