धन वैभव की देवी लक्ष्मी ,
इतना सा उपकार करें,
कोई न भूखा जाए घर से,
इतना पर उपकार करें।
संतोषामृत से सराबोर हों ,
अभिमान का नाम न हो,
संकटमोचन बनें सदा सब,
परहित पर कल्याण तो हों।
हर बाधा को पार करें सब ,
कभी न डोले मन किसी का
मानव जीवन सद्कर्म को
कलुष हृदय का , मिटे सभी का।
जैसे दीपक दीपावली के
दूर करें जग का अन्धेरा
वैसे हृदय तम दूर करो अब
मिट जाए अज्ञान अँधेरा।
******बिमला देवी
इतना सा उपकार करें,
कोई न भूखा जाए घर से,
इतना पर उपकार करें।
संतोषामृत से सराबोर हों ,
अभिमान का नाम न हो,
संकटमोचन बनें सदा सब,
परहित पर कल्याण तो हों।
हर बाधा को पार करें सब ,
कभी न डोले मन किसी का
मानव जीवन सद्कर्म को
कलुष हृदय का , मिटे सभी का।
जैसे दीपक दीपावली के
दूर करें जग का अन्धेरा
वैसे हृदय तम दूर करो अब
मिट जाए अज्ञान अँधेरा।
******बिमला देवी
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