Saturday 4 October 2014

क्षमा करो हे गंगे माँ


क्षमा करो हे गंगे मैय्या ,
    हिमालय से धरती पर आई.
देव नदी हो, सुर नदी हो ,
     पर हमने गन्दगी गिराई।
 पाप नाशनी ,पाप काटनी ,
      धरती का कल्याण किया
उपजाउ भूमि बनाया,
      हमने घोर अपमान किया।
सदा रहें हैं ,सदा रहेंगे
            हे माँ !हम तेरे कर्जाई
 क्षमा करो हे गंगे मैय्या
     हिमालय से धरती पर आई..... 

                             *** बिमला देवी 

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